Himachal Cooperative Sector Development: मंडी जिले के तरोट गांव में आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ के राज्य स्तरीय सहकारी समारोह की अध्यक्षता करते हुए उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सहकारिता क्षेत्र में बदलाव और विकास की कई योजनाओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि के रूप में उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सहकारिता का जनक रहा है और सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि सहकारी सभाओं में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए आरक्षण देने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए प्रस्ताव को प्रदेश मंत्रिमंडल में लाया जाएगा।
सहकारिता क्षेत्र में पारदर्शिता और कार्य में तेजी लाने के लिए प्रदेश सरकार 80 करोड़ रुपए की लागत से प्राथमिक सहकारी सभाओं का कम्प्यूटरीकरण कर रही है। इसमें से 40 करोड़ रुपए का व्यय कम्प्यूटर स्थापना पर किया जाएगा। उप-मुख्यमंत्री ने सहकारी सभाओं को भूमि उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल में लाने की घोषणा की।
उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सहकारी बैंकों का कुल पूंजी निवेश 55 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। उन्होंने ऋण धारकों से समय पर किश्तों के भुगतान की अपील की ताकि सहकारिता क्षेत्र को और मजबूत किया जा सके। इसके साथ ही, सहकारी सभाओं को धन उपलब्ध कराने में सहकारी बैंकों से उदार रवैया अपनाने का आग्रह किया।
समारोह में उप-मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण के तहत कोलेटरल-फ्री ऋण वितरित किए और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को 21 हजार रुपए की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन देवेंद्र श्याम ने बैंक की गतिविधियों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने बैंक की 22 नई शाखाएं खोली हैं और महिला सशक्तिकरण योजना को ब्रिक्स देशों द्वारा सराहा गया है।
इस अवसर पर विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों, विधायक, और सहकारी क्षेत्र के विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए।